ज़िन्दगी जीने के दो तरीके
ज़िन्दगी जीने के दो तरीके होते है!
पहला: जो पसंद है उसे हासिल करना सीख
लो.!
दूसरा: जो हासिल है उसे पसंद करना सीख
लो.!
जिंदगी जीना आसान नहीं होता;
बिना संघर्ष कोई
महान नहीं होता.!
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है ;
कभी हंसती है तो कभी रुलाती है ; पर
जो हर हाल में
खुश रहते हैं ; जिंदगी उनके आगे सर
झुकाती है।
चेहरे की हंसी से हर गम चुराओ ; बहुत कुछ
बोलो पर
कुछ ना छुपाओ ;
खुद ना रूठो कभी पर सबको मनाओ;
राज़ है ये जिंदगी का बस जीते चले
जाओ।
" गुजरी हुई जिंदगी को
कभी याद न कर ,
तकदीर मे जो लिखा है
उसकी फर्याद न कर...
जो होगा वो होकर रहेगा ,
तु कल की फिकर मे
अपनी आज की हसी बर्बाद न कर...
हंस मरते हुये भी गाता है
और
मोर नाचते हुये भी रोता है....
ये जिंदगी का फंडा है बॉस
दुखो वाली रात
निंद नही आती
और
खुशी वाली रात
. कौन सोता है...
ईश्वर का दिया कभी अल्प नहीं होता;
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता;
हार को लक्ष्य से दूर ही रखना;
क्योंकि जीत का कोई विकल्प
नहीं होता।
जिंदगी में दो चीज़ें हमेशा टूटने के
लिए ही होती हैं :
" सांस और साथ"
सांस टूटने से तो इंसान एक ही बार
मरता है ;
पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल
मरता है।
जीवन का सबसे बड़ा अपराध -
किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से
होना।
और
जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि -
किसी की आँख में आंसू आपके लिए
होना।
जिंदगी जीना आसान नहीं होता;
बिना संघर्ष कोई महान नहीं होता;
जब तक न पड़े हथोड़े की चोट ;
पत्थर भी भगवान नहीं होता।
जरुरत के मुताबिक जिंदगी जीओ -
ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं।
क्योंकि जरुरत
तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है ;
और ख्वाहिशें
बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है।
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गुरुवार, 19 फ़रवरी 2015
हास्य व्यंग कविता
ज़िन्दगी जीने के दो तरीक
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