हास्य और व्यंग से भरी रचनाये �� कभी हॅंस भी लिया करो��हॅंसना तो पड़ेगा �� हँसोगे तो फंसोगे ��

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बुधवार, 4 जनवरी 2017

यहाँ सब कुछ बिकता है ,

यहाँ सब कुछ बिकता है ,
दोस्तों रहना जरा संभाल के,
बेचने वाले हवा भी बेच देते है,
गुब्बारों में डाल के,
सच बिकता है ,
झूट बिकता है,
बिकती है हर कहानी,
तीनों लोक में फेला है ,
फिर भी बिकता है
बोतल में पानी ,
कभी फूलों की तरह मत जीना,
जिस दिन खिलोगे ,
टूट कर बिखर्र जाओगे ,
जीना है तो
पत्थर की तरह जियो ;
जिस दिन तराशे गए ,
" भगवान " बन जाओगे...!!!!

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